Facebook Free Basics क्या हैं ? Hindi में जानिए.

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हेल्लो दोस्तों,
हाल के कुछ दिनों से आप newspaper, टीवी, इन्टरनेट इत्यादि पर इस free basics नामक पदार्थ के बारे में बहुत पढ़ या कम से कम देख रहें होंगे. इसको आप अधिकतर समय Net Neutrality के साथ ही देख रहें होंगे . Net Neutrality के बारे में मैंने पहले ही एक लेख में आप सबको बताया हैं जिसे आप यहाँ से पा सकते हैं.
पर Free Basics क्या हैं ? यह करता क्या हैं? कौन इसे ला रहा हैं ? इत्यादि इत्यादि जानने के लिए आप भी ज़रूर उत्सुक होंगे .

Free Basics क्या हैं?
Facebook के अनुसार free basics (पहले जिसे आप शायद internet.org के नाम से जानते होंगे ) एक खुला मंच हैं जहाँ पर भारतीय डेवेलोपेर्स अपने बनाये हुए websites, products इत्यादि उन लोगो तक मुफ्त में पंहुचा सकता हैं जो इन्हें पैसे देकर नहीं खरीदने में असमर्थ हैं . आप तो सोच रहें होंगे यह तो बहुत ही अच्छी बात हैं. परन्तु facebook सिर्फ कुछ गिने चुने websites, developers को ही इस मंच पर आने दे रहा हैं इसलिए इसके कुछ नुक्सान भी हैं जो हम बाद में जानेंगे



  • Free Basics लाने वाली कंपनी Facebook ने सबसे पहले reliance communication के साथ अपना गठबंधन बनाया और इसे Freenet के नाम से पेश किया .
  • इसमें कुल 33 websites थे जो आप free में पा सकते थे.बाद में TRAI ने Rcom को इस सुविधा को बंद करने के लिए कहाँ. 
  • पहले airtel ने भी कुछ ऐसे ही सुविधा का आरम्भ किया था जो बाद में लोगो के कठोर विरोध के कारण बंद करना पढ़ा. 
  • Free Basics को वापस लाने के लिए अब facebook कई पैतरे अपना रहा हैं जिनमे से एक तो लगभग रोज़ ही अपने facebook notification पर कुछ इस तरह से देख रहें होंगे.


SaveTheInternet.in की टीम फिर एक बार एकजुट हुई हैं ताकि वह Facebook के इस तरह से पैसे कमाने के तरीके को आप सभी लोगो के सामने ला सके और इन्टरनेट की समानता को बचाए रखे. कुछ तथ्य जो इन्होने पेश किये हैं वो इस प्रकार हैं.


  1. मुफ्त में इन्टरनेट प्रदान करने के कई और भी मॉडल हैं जो उपयोग में लाये जा सकते हैं ताकि facebook या कोई अन्य कंपनी इसका प्रतियोगी लाभ न उठा सके .यह मॉडल आप इन तीन links पर पा सकते हैं .
    link1 link2 link3
  2. Facebook Free Basics के लिए पैसे नहीं देता . तो फिर कौन देता हैं ? टेलिकॉम operator. फिर वो कहाँ से पैसे कमाते हैं ? User जो पैसे देते हैं. यह लोगो को प्रोत्साहित करता हैं कि आप ज्यादा से ज्यादा free basics का उपयोग करें, इस तरह से paid internet में डेटा की लागत को नीचे लाने की प्रवृत्ति को कम करता हैं. इस तरह से आप दूसरे website को ज्यादा पैसे देकर देख पायेंगे.
  3. Free Basics लोगो को online लाने में मदद नहीं करता बल्कि यह facebook और इसके साथ tie up किये गए websites को free रखने में मदद करेगा . किन्तु दूसरी ओर दूसरी सारी websites आपको पैसे देकर देखने पड़ेंगे. जो व्यक्ति पैसे देकर इन्टरनेट का उपयोग करेंगे वो free basics के websites को भी देख पायेंगे . इस तरह यह एक अतिरिक्त लाभ उठा पा रहें हैं जो की net neutrality के विरुद्ध हैं.
  4. इंटरनेट का उपयोग भारत में तेजी से बढ़ रहा है। एक साल में भारत में लगभग 100 लाख उपयोगकरता  जुढ़े हैं जो सिर्फ free basics की वजह से नहीं हैं.
  5. Free Basics एक खुला मंच नहीं कहाँ जा सकता . Facebook ने terms and conditions ऐसे रखे हैं जिसे facebook चाहे तो बदल सकता हैं . facebook चाहे तो किसी भी website को reject कर सकता हैं . अतः आपको facebook के terms मानने ही पड़ेंगे अगर आप free basics में अपने websites को डालना चाहते हैं.
  6. फेसबुक की फ्री बेसिक्स पर जानकारी का एकमात्र स्रोत फेसबुक ही है, और यह लोगों को गुमराह कर रहा हैं. भारत में इनके प्रचार भ्रामक हैं और ब्राज़ील ने इस भ्रामक प्रचार की आलोचना की हैं.  प्रचार में उपयोग किये गएँ "free" शब्द ही भ्रामक हैं जो facebook और Rcom ने गलत तरह से उपयोग किया हैं.
  7. Free Basics की मदद से उपयोग किये गए सारे websites का डाटा facebook के पास होगा . यानी आपने कौन कौन से websites देखे हैं , आप क्या पसंद कर रहें हैं इत्यादि . Facebook अपने डाटा NSA को देता हैं इस तरह काफी जानकारिया लीक हो सकती हैं.
  8. Research से यह पता चला हैं की लोग free basics जैसे ऑफर्स का उपयोग कम समय के लिए ही करना पसंद करते हैं .
  9. Facebook कह रहा है की Free Basics में कोई advertisement नहीं हैं , परन्तु यह नहीं कहाँ की free basics में कभी भी कोई advertisement नहीं दिया जाएगा.
  10. Facebook कह रहा है कि free basics का लाखो लोगो ने समर्थन किया हैं परन्तु उसमे से कितने सही हैं और कितने गलत इसकी कोई जानकारी नहीं. भारत के बहार रहने वाले अगर भारत में free basics के उपयोग के लिए अगर TRAI को email कर रहें है तो यह तो भ्रामक ही हुआ.
अगर आप भी इसका विरोध करना चाहते हैं तो SaveTheInternet.in पर जाकर TRAI को email भेजे . यह आपको ३० दिसम्बर के अन्दर भेजना है अतः जल्द करें.

Latest News: 08.02.2016: TRAI  ने Net Neutrality का समर्थन करते हुए फेसबुक के फ्री बेसिक को मना कर दिया हैं.

यह समाचार आप इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं. 

आप अगर चाहे तो सारा लेख जो रेगुलेशन (ट्राई) ने कहाँ हैं यहाँ से भी पढ़ सकते हैं. 



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